नई दिल्ली। भारतीय प्राइमरी मार्केट के लिए अक्टूबर 2025 ऐतिहासिक महीना साबित हुआ। इस महीने कुल 14 मेनबोर्ड आईपीओ के जरिए 46,044.8 करोड़ रुपये जुटाए गए, जो अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले यह रिकॉर्ड अक्टूबर 2024 के नाम था, जब 6 आईपीओ के जरिये 38,689.1 करोड़ रुपये जुटाए गए थे।
इस साल अक्टूबर में आए 14 आईपीओ में टाटा कैपिटल और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के इश्यू ने सबसे बड़ी भूमिका निभाई। दोनों कंपनियों ने मिलकर 27,119 करोड़ रुपये जुटाए, जिससे बाजार में नई ऊर्जा का संचार हुआ।
टाटा कैपिटल का आईपीओ रहा सबसे बड़ा
अक्टूबर में लॉन्च हुआ सबसे बड़ा आईपीओ टाटा कैपिटल का था, जिसकी इश्यू साइज 15,512 करोड़ रुपये रही। दूसरे स्थान पर एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स का आईपीओ रहा, जिसने 11,607 करोड़ रुपये जुटाए। इन दोनों दिग्गज कंपनियों के बाद लेंसकार्ट सॉल्यूशंस का 7,278.02 करोड़ रुपये का आईपीओ भी निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना। इसके अलावा ओर्कला इंडिया, रुबिकॉन रिसर्च, वीवर्क इंडिया और केनरा एचएसबीसी लाइफ इंश्योरेंस जैसे इश्यूज़ ने भी अक्टूबर में प्राइमरी मार्केट को मजबूती दी।
प्राइम डेटाबेस की रिपोर्ट में खुलासा
प्राइम डेटाबेस के ताजा आंकड़ों के अनुसार, अक्टूबर 2025 आईपीओ लॉन्चिंग के लिहाज से भारतीय बाजार का सबसे सफल महीना रहा।
- पहला स्थान: अक्टूबर 2025 – ₹46,044.8 करोड़ (14 आईपीओ)
- दूसरा स्थान: अक्टूबर 2024 – ₹38,689.1 करोड़ (6 आईपीओ)
- तीसरा स्थान: नवंबर 2021 – ₹35,664.2 करोड़ (9 आईपीओ)
- चौथा स्थान: नवंबर 2024 – ₹31,145.1 करोड़ (8 आईपीओ)
- पांचवां स्थान: मई 2022 – ₹29,510.8 करोड़ (8 आईपीओ)
इसके अलावा दिसंबर 2024, नवंबर 2017, सितंबर 2017, अक्टूबर 2017 और मार्च 2018 भी आईपीओ बाजार के लिए मजबूत महीने रहे।
2025 में अब तक 1.38 लाख करोड़ रुपये जुटे
अगर पूरे साल की बात करें तो 2025 में अब तक 89 मेनबोर्ड आईपीओ के जरिए 1.38 लाख करोड़ रुपये जुटाए जा चुके हैं। पिछले वर्ष 2024 में कुल 1.60 लाख करोड़ रुपये के आईपीओ लॉन्च हुए थे। क्योंकि अभी साल खत्म होने में दो महीने बाकी हैं, इसलिए उम्मीद जताई जा रही है कि **2025 आईपीओ फंड जुटाने के मामले में नया सर्वकालिक रिकॉर्ड बना सकता है।
विपरीत परिस्थितियों में भी दिखा भरोसा
दिलचस्प बात यह है कि यह उछाल ऐसे समय में आया है जब पूरे साल घरेलू शेयर बाजार पर वैश्विक दबाव और बिकवाली का माहौल बना रहा।
धामी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट प्रशांत धामी के अनुसार,
“साल 2025 में प्राइमरी मार्केट ने उम्मीद से बेहतर प्रदर्शन किया है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद निवेशकों का भरोसा बरकरार रहा। मार्केट के मजबूत फंडामेंटल्स और घरेलू खपत की संभावनाओं ने आईपीओ बाजार को मजबूती दी है।”
उन्होंने कहा कि दिसंबर तक कई और आईपीओ लॉन्च होने की संभावना है, जिससे यह साल भारत के आईपीओ इतिहास का सबसे सफल वर्ष बन सकता है।
संक्षेप में, अक्टूबर 2025 ने भारतीय प्राइमरी मार्केट को नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है—जहां निवेशकों का उत्साह, कंपनियों का भरोसा और बाजार की मजबूती, तीनों ने मिलकर इतिहास रच दिया।
