
नई दिल्ली। कांग्रेस ने अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हालिया बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस. जयशंकर की चुप्पी को हैरान करने वाला बताया है। कांग्रेस का कहना है कि आमतौर पर हर मुद्दे पर मुखर रहने वाले प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री का ट्रंप के गंभीर दावे पर चुप रहना कई सवाल खड़े करता है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि ट्रंप ने खुलासा किया है कि उन्होंने भारत पर दबाव बनाते हुए, प्रतिबंधों और व्यापारिक सौदों के लालच और धमकियों के जरिए पाकिस्तान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई रोकने के लिए मजबूर किया था। उन्होंने यह भी याद दिलाया कि उस समय ट्रंप ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर भी इस कार्रवाई को रुकवाने की जानकारी साझा की थी।
जयराम रमेश ने कहा, “कुछ दिन पहले हमें पाकिस्तान के साथ युद्धविराम की जानकारी खुद अमेरिका के राष्ट्रपति से मिली थी। अब, सऊदी अरब में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में ट्रंप ने यह साफ किया है कि उन्होंने भारत को धमका कर यह निर्णय लेने पर मजबूर किया। यह न सिर्फ भारत की संप्रभुता बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है।” कांग्रेस ने पूछा है कि क्या प्रधानमंत्री मोदी और विदेश मंत्री जयशंकर ने अमेरिकी दबाव के सामने झुकते हुए देश के सुरक्षा हितों से समझौता किया है? पार्टी ने मांग की कि सरकार को इस मुद्दे पर तत्काल स्पष्ट और सार्वजनिक बयान देना चाहिए।