
पटना। बिहार विधानसभा में सोमवार को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए 3.17 लाख करोड़ रुपये का बजट पेश किया गया। वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने लगातार दूसरी बार राज्य का बजट प्रस्तुत किया। हालांकि, बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस बजट को ‘बेकार’ करार दिया और कहा कि यह बिहार के हित में नहीं है। उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता में बैठे लोगों को राज्य की तरक्की की कोई चिंता नहीं है और उनकी पार्टी सरकार की हकीकत जनता के सामने लाएगी।
बजट में बेरोजगारी, किसानों और कानून व्यवस्था की अनदेखी
विधानसभा परिसर में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार प्रति व्यक्ति आय और किसानों की आय के मामले में काफी पीछे है। उन्होंने आरोप लगाया कि बेरोजगारी और गरीबी चरम पर हैं, लेकिन सरकार ने बजट में रोजगार बढ़ाने, पेपर लीक रोकने और कानून-व्यवस्था सुधारने पर कोई ठोस योजना नहीं रखी।
उन्होंने कहा, “पुलिस के आधुनिकीकरण और राज्य से पलायन रोकने पर कोई चर्चा नहीं हुई। दिव्यांगों और महिलाओं को आर्थिक न्याय देने की बात भी नहीं की गई।”
पिंक बस योजना पर तंज
महिलाओं के लिए पिंक बस चलाने की सरकार की योजना पर तंज कसते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, “बिहार ट्रांसपोर्ट की हालत पहले से खराब है, वे सामान्य बसें तो चला नहीं पा रहे, अब पिंक बस की बात कर रहे हैं।”
उन्होंने दोहराया कि यह बजट बिहार के विकास के लिए नहीं है और जनता का इस सरकार से भरोसा उठ चुका है। उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि केंद्र सरकार ने गुजरात को क्या दिया और बिहार को कितना दिया, इस पर भी चर्चा होनी चाहिए।
तेजस्वी यादव ने कहा कि सरकार का झूठ ज्यादा दिन तक नहीं चलेगा और उनकी पार्टी सत्ता में बैठे लोगों की असलियत जनता के सामने लाने का काम करेगी।