लखनऊ : प्रदेश में महिलाओं की सुरक्षा, सम्मान एवं स्वावलम्बन हेतु मा0 मुख्यमंत्री जी के निर्देशानुसार उ0प्र0 शासन द्वारा दिनांक 21.09.2021 से चलाये जा रहे विशेष अभियान ‘मिशन शक्ति-फेज 3.0’ के अन्तर्गत 11.10.2021को ‘अन्तर्राष्ट्रीय बालिका दिवस’ के अवसर पर महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन (वीमेन पावर लाइन-1090) द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से बच्चों के प्रति संवेदनशीलता हेतु पहल करते हुए एक कार्यक्रम का आयोजन महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन, लखनऊ सभागार में किया गया। इसके अन्तर्गत बाल संरक्षण हेतु राज्यव्यापी पुलिस प्रशिक्षण का शुभारम्भ, बाल शोषण के विरुद्ध जिला स्तरीय जागरुकता अभियान तथा कामिक बुक ‘मेरा पहला मोबाइल’ की कहानी- उ0प्र० के परिप्रेक्ष्य में आदि कार्यक्रम आयोजित किये गयें।
उपरोक्त के साथ1090 के प्रचार-प्रसार हेतु 1090 के कर्मचारियों द्वारा तैयार किये गये नुक्कड़ नाटक, महिला अपराध की रोकथाम हेतु जनजागरूकता एवं प्रचार-प्रसार के लिए तैयार कराई गयी लघु फिल्मों/डक्यूमेन्ट्री को प्रदर्शित किया गया। कार्यक्रम में विभिन्न स्कूल कालेजों के शिक्षक, छात्र,महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन/1090 के अधिकारी/कर्मचारीगण सहित ८० से अधिक लोगों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम में रूथ लैस्कैनो लियेनो, चीफ फील्ड आफीसर यूनीसेफ के अतिरिक्त एन.एस.एस., नेहरु युवा केन्द्र संगठन तथा गैर सरकारी संगठनों। आली, हम, पेस व विज्ञानं फाउंडेशन के वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा सहभागिता की गयी। रूथ लैस्कैनो लियेनो द्वारा बाल संरक्षण तथा बाल शोषण के विरुद्ध यूनिसेफ द्वारा किये जाने वाले कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। उनके द्वारा कामिक पत्रिका ‘‘मेरा पहला मोबाइल’’ बच्चों को वितरित की गयी, यह पत्रिका बच्चों को साइबर सुरक्षा के प्रति जागरुक करती है।
इस अवसर पर नीरा रावत, अपर पुलिस महानिदेशक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन द्वारा अपने उद्बोधन में बताया गया कि इस कार्यक्रम के माध्यम से बच्चों के लिए एक सुरक्षित एवं संवेदनशील पारिस्थितिकी तंत्र के निर्माण हेतु एक नई पहल की गयी है। कार्यक्रम में यूनिसेफ के सहयोग से दिये जाने वाले प्रशिक्षण कार्यक्रम की समय-सारिणी व प्रशिक्षण के महत्व व उद्देश्यों के सम्बन्ध में अलंकृता सिंह, पुलिस अधीक्षक, महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन द्वारा विस्तार से बताया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने में महिला एवं बाल सुरक्षा संगठन के अधिकारी गण राघवेन्द्र द्विवेदी, राज्य रेडियो अधिकारी सेफ सिटी परियोजना, वीरेन्द्र कुमार अपर पुलिस अधीक्षक/स्टॉफ ऑफीसर, नीति द्विवेदी, अपर पुलिस अधीक्षक, मोनिका यादव पुलिस उपाधीक्षक का विशेष योगदान रहा।