लखनऊ। उत्तर प्रदेश बीजेपी को को दो दिन में दूसरा बड़ा झटका लगा है। उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे के बाद बुधवार को वन मंत्री दारा सिंह चौहान ने भी इस्तीफा दे दिया। सोची-समझी रणनीति के तहत दारा सिंह ने भाजपा से इस्तीफा दिया है। वह मुख्तार अंसारी की घोसी सीट से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे हैं। उन्हें लगता है की इस सीट से सपा के टिकट पर लड़ते हैं तो उनकी जीत एकदम पक्की होगी। वहीं, समाजवादी पार्टी भी मुख्तार अंसारी की आपराधिक छवि से दूरी बनाने के लिए दारा सिंह को टिकट दे सकती है। दारा सिंह चौहान की मौजूदा सीट मऊ की मधुबन विधानसभा भी सपा के साथ जाने से मजबूत हो रही है। लेकिन जातिगत समीकरणों के हिसाब से घोसी सीट उनके लिए ज्यादा सुरक्षित दिख रही है।
मंत्री दारा सिंह ने मुख्यमंत्री योगी को भेजे इस्तीफे में लिखा कि मैंने अपनी जिम्मेदारी पूरे मन से निभाई, पर सरकार किसानों, पिछड़ों, वंचितों, बेरोजगारों की उपेक्षा कर रही है। इसके अलावा पिछड़ों और दलितों के आरक्षण को लेकर जो खिलवाड़ हो रहा है, उससे मैं आहत हूं। इसी वजह से मंत्रिमंडल से इस्तीफा देता हूं। उधर, अखिलेश यादव ने भी दारा सिंह के सपा पार्टी में शामिल होने का इशारा किया। अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की जनता घृणा और नकारात्मक राजनीति से आजिज आ चुकी है। समाजवादी पार्टी सभी को साथ लेकर आगे बढ़ रही है। हमें खुशी है कि स्वामी प्रसाद साथ आए, अब और भी लोग आए हैं। इससे हमारी पार्टी की लड़ाई आसान हो गई है। दारा सिंह मऊ की मधुबन सीट से भाजपा के टिकट पर 2017 के चुनाव में जीते थे। सही मायने में दारा सिंह ने क्षेत्र में अपने प्रभाव से भाजपा को जिताया था। इस सीट पर पहली बार भाजपा को जीत मिली थी । समाजवादी पार्टी को राजभर का साथ मिलने से अब इस सीट पर समीकरण बदल सकते हैं। अपनी जीत पक्की करने के लिए वह राह बदलते नजर आ रहे हैं।