
मीरजापुर। भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश सिंह टिकैत ने शुक्रवार को धौरूपुर स्थित एक लॉन में पत्रकार वार्ता के दौरान प्रदेश सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने किसानों के मुद्दों को लेकर सरकार की नीतियों की आलोचना करते हुए नया नारा दिया— “बंटोगे तो लुटोगे”। टिकैत ने ट्रैक्टर रैली और किसान मजदूर महापंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि महाकुंभ की व्यवस्थाएं भले ही शानदार थीं, लेकिन इसका श्रेय योगी सरकार को नहीं, बल्कि कुंभ के फंड को जाता है। यदि सही इंतजाम न होते, तो पूरा शहर अस्त-व्यस्त हो जाता।
हिंदू पहचान पर टिप्पणी और सरकार पर निशाना
टिकैत ने हिंदू पहचान को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा कि देश में दो तरह के हिंदू हैं— नरवरिया हिंदू और भारतीय हिंदू। उन्होंने दावा किया कि जो हाल ही में इस विचारधारा से जुड़े हैं, वे नरवरिया हिंदू हैं, जबकि वे स्वयं भारतीय हिंदू हैं। इसी संदर्भ में उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर तंज कसते हुए कहा कि जो अब तक कुंभ स्नान नहीं कर पाए हैं, वे जल्द कर लें, अन्यथा आगे दिक्कतें हो सकती हैं।
मोदी सरकार के 2047 के वादे पर सवाल
राकेश टिकैत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 तक भारत को विकसित बनाने के वादे पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि 2047 तक किसानों की जमीन खत्म हो जाएगी और देश का सारा धन पूंजीपतियों के हाथों में चला जाएगा।” उन्होंने कहा कि सरकार की विकास नीति केवल चमचमाती इमारतों तक सीमित है, जबकि इन इमारतों के पीछे झुग्गियों की बढ़ती संख्या इसकी असली तस्वीर बयां करती है।
किसानों को एकजुट रहने की अपील
टिकैत ने दावा किया कि किसान आंदोलन के बाद 709 नए किसान संगठन बने हैं, लेकिन सरकार इन्हें कमजोर करने की साजिश कर रही है। उन्होंने किसानों को चेताते हुए कहा कि “अगर आप बंटे रहेंगे, तो आपका शोषण होगा।” उन्होंने सरकार की नीतियों पर सवाल उठाते हुए किसानों से नए आंदोलन के लिए तैयार रहने का आह्वान किया।