कोलंबो। श्रीलंका के पूर्व राष्ट्रपति महिंदा राजपक्षे के बेटे योशिता राजपक्षे को आपराधिक जांच विभाग (सीआईडी) ने तीन जनवरी को पूछताछ के लिए बुलाया है। यह पूछताछ कटारगामा में सरकारी स्वामित्व वाली भूमि के स्वामित्व से जुड़े एक मामले में की जाएगी। इससे पहले, 27 दिसंबर को सीआईडी ने इसी मामले में महिंदा राजपक्षे के पूर्व निजी सुरक्षा अधिकारी मेजर नेविल वान्नियाराची का बयान दर्ज किया था।
डेली मिरर के मुताबिक, सीआईडी इस भूमि से जुड़े स्वामित्व दस्तावेजों में कथित हेराफेरी की जांच कर रही है। योशिता राजपक्षे, जो श्रीलंकाई खिलाड़ी और पूर्व नौसेना अधिकारी हैं, को इस सिलसिले में तलब किया गया है। वे श्रीलंका के प्रधानमंत्री के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं। योशिता राजपक्षे पहले भी कई जांचों का सामना कर चुके हैं। साल 2016 में फाइनेंशियल क्राइम इन्वेस्टिगेशन डिवीजन (एफसीआईडी) ने उन्हें 16 जनवरी को भ्रष्टाचार के आरोपों में गिरफ्तार किया था।
यह मामला श्रीलंका के स्पोर्ट्स, लाइफस्टाइल और बिजनेस चैनल कार्लटन स्पोर्ट्स नेटवर्क (सीएसएन) में कथित वित्तीय फर्जीवाड़े से जुड़ा था। योशिता के साथ पूर्व राष्ट्रपति के प्रवक्ता रोहन वेलिविता को भी गिरफ्तार किया गया था। हालांकि, उन्हें 14 मार्च, 2016 को कोलंबो हाई कोर्ट से जमानत मिल गई थी।