नयी दिल्ली। सरकार को वित्त वर्ष 2023-24 में वित्तीय घाटा 1653670 करोड़ रुपये रहा है जो की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की तुलना में 5.63 प्रतिशत है। जबकि पुनरीक्षित अनुमान में यह 5.8 प्रतिशत था। वित्त मंत्रालय द्वारा आज यहां जारी आंकड़ों के अनुसार भारत सरकार को 2023-24 के दौरान 27,88,872 करोड़ रुपये की कुल प्राप्तियां रही जो पुनरीक्षित अनुमान का 101.2 प्रतिशत है।
इस दौरान सरकार का कुल व्यय 4442542 करोड़ रुपये रहा है जो पुनरीक्षित अनुमान का 98.9 प्रतिशत है। इस तरह से सरकार का वित्तीय घाटा 1653670 करोड़ रुपये रहा है। सरकार की प्राप्तियों में 23,26,524 करोड़ रुपये कर राजस्व, 4,01,888 करोड़ रुपये गैर-कर राजस्व शामिल है। कर राजस्व और 60,460 करोड़ रुपये गैर-ऋण पूंजी प्राप्तियां। गैर-ऋण पूंजी प्राप्तियों में ऋण की वसूली 27,338 करोड़ रुपये और विविध पूंजी प्राप्तियां 33,122 करोड़ रुपये शामिल हैं। सरकार द्वारा करों के हिस्से के हस्तांतरण के रूप में राज्य सरकारों को 11,29,494 करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए हैं, जो पिछले वर्ष की तुलना में 1,81,088 करोड़ रुपये अधिक है।
सरकार द्वारा किया गया कुल व्यय 44,42,542 करोड़ रुपये रहा है जिसमें से 34,94,036 करोड़ राजस्व खाते से और 9,48,506 करोड़ रुपये पूंजी खाते से व्यय किया गया है। कुल राजस्व व्यय में से 10,63,871 करोड़ ब्याज भुगतान में और 4,13,542 करोड़ प्रमुख सब्सिडी के तौर पर हुआ है।