मुंबई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मुद्रास्फीति पर लगाम लगाने के लिए ब्याज दरों को और बढ़ाने की आशंका के चलते प्रमुख शेयर सूचकांक शुक्रवार को कारोबार के दौरान अपनी शुरुआती बढ़त बरकरार नहीं रख सके और बीएसई सेंसेक्स करीब 142 अंक टूटकर बंद हुआ। कारोबारियों ने कहा कि विदेशी कोषों की ताजा निकासी और एचडीएफसी के दोनों शेयरो में बिकवाली के दबाव से भी बाजार की धारणा प्रभावित हुई।
बीएसई सेंसेक्स तेज शुरुआत के बावजूद कारोबार के अंत में 141.87 अंक यानी 0.24 प्रतिशत की गिरावट के साथ 59,463.93 पर बंद हुआ। एनएसई निफ्टी 45.45 अंक यानी 0.26 प्रतिशत टूटकर 17,465.80 पर बंद हुआ। सेंसक्स में महिंद्रा और महिंद्रा, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, मारुति, एलएंडटी, एचडीएफसी, एचडीएफसी बैंक, टेक महिंद्रा और भारती एयरटेल गिरने वाले प्रमुख शेयर थे। दूसरी ओर एशियन पेंट्स, बजाज फिनसर्व, पावर ग्रिड, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एनटीपीसी और अल्ट्राटेक सीमेंट में बढ़त रही। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज में शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, घरेलू बाजार में मोटे तौर पर आत्मविश्वास की कमी दिख रही है। वैश्विक बाजारों में बढ़त के बावजूद घरेलू बाजार में लगातार छठे दिन गिरावट दर्ज हुई।
एफआईआई द्वारा घरेलू बाजार में बिकवाली जारी है। अन्य एशियाई बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, चीन का शंघाई कम्पोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग नुकसान में रहे। दूसरी ओर जापान के निक्की में बढ़त रही। यूरोपीय बाजार दोपहर के सत्र में बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। अमेरिकी बाजार बृहस्पतिवार को बढक़र बंद हुए। अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.92 प्रतिशत पर चढक़र 82.97 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर था। शेयर बाजार के अस्थाई आंकड़ों के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने बृहस्पतिवार को शुद्ध रूप से1,417.24 करोड़ रुपए के शेयर बेचे।