प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) द्वारा पीसीएस प्री और आरओ-एआरओ की परीक्षा दो दिन में आयोजित करने के निर्णय के खिलाफ छात्रों का विरोध प्रदर्शन मंगलवार को भी जारी रहा। आंदोलनकारी छात्रों ने सोमवार की रात खुले आसमान के नीचे बिताई और मंगलवार सुबह से फिर से धरना-प्रदर्शन में जुट गए। इस दौरान छात्रों ने आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनके पुतले की अर्थी निकाली। इस बीच, एक छात्र अनिरुद्ध सिंह ने बताया कि आयोग के सचिव दो बार आयोग के गेट से बाहर आए और उन्होंने आंदोलन कर रहे छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन छात्रों की मांग “वन डे, वन एक्जाम” पर कोई बदलाव नहीं आया।
उन्होंने कहा कि पिछले 24 घंटे से छात्र लगातार संघर्ष कर रहे हैं, जबकि आयोग अपने रुख पर अड़ा हुआ है। छात्रों की सिर्फ एक ही मांग है कि परीक्षा एक दिन में आयोजित की जाए, और यह तब तक जारी रहेगा जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती।उप्र लोक सेवा आयोग के एक प्रवक्ता ने बताया कि आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार सरकारी शिक्षण संस्थानों को परीक्षा केंद्र बनाया गया है, और केंद्रों को जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर के दायरे में रखा गया है। इससे पहले जब पेपर लीक हुआ था, तब इन्हीं छात्रों ने निजी संस्थानों को परीक्षा केंद्र न बनाने की मांग की थी। उन्होंने कहा, “जब सरकार ने छात्रों की मांग को ध्यान में रखते हुए दिशा-निर्देश जारी किए, तो अब वही छात्र विरोध कर रहे हैं।
पीसीएस परीक्षा के लिए 5,76,000 परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया है, जबकि सभी 75 जनपदों में केवल 4,35,000 परीक्षार्थियों के लिए ही परीक्षा केंद्र मिल पा रहे हैं। ऐसे में दो दिन परीक्षा कराना आयोग की मजबूरी है।”आयोग ने सोमवार की रात एक बयान जारी करते हुए कहा था, “परीक्षाओं की शुचिता और छात्रों के भविष्य की सुरक्षा के उद्देश्य से परीक्षाएं केवल उन्हीं केंद्रों पर आयोजित की जा रही हैं, जहां किसी प्रकार की गड़बड़ी की संभावना नहीं है। पहले दूर-दराज के केंद्रों पर कई गड़बड़ियां सामने आई थीं, जिनसे निपटने के लिए इन केंद्रों को हटाया गया है।”धरने पर बैठे छात्रों के हाथों में तख्तियां थीं, जिन पर विभिन्न नारे लिखे हुए थे।
कुछ तख्तियों पर लिखा था “बटेंगे नहीं, हटेंगे नहीं, न्याय मिलने तक एक रहेंगे”, तो कुछ पर लिखा था “एक दिन, एक परीक्षा”।यूपीपीएससी ने पिछले मंगलवार को इन परीक्षाओं की तिथियां घोषित की थीं। पीसीएस प्री परीक्षा के लिए 7 और 8 दिसंबर की तिथि तय की गई है, जबकि समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ-एआरओ) प्री परीक्षा के लिए 22 और 23 दिसंबर की तिथि घोषित की गई है। आंदोलनकारी छात्रों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बयान “बाटोगे तो काटोगे” के आधार पर नारा दिया, “बाटेंगे नहीं, हटेंगे नहीं, न्याय मिलने तक एक रहेंगे।”