वॉशिंगटन। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने खुलासा किया है कि इस साल मई में हुआ ऑपरेशन सिन्दूर एक बेहद भयावह युद्ध था, जिसमें पाकिस्तान को डर था कि भारत उस पर परमाणु हमला कर सकता है। ट्रंप के अनुसार, इस आशंका के चलते पाकिस्तान के प्रधानमंत्री ने उनसे हस्तक्षेप की अपील की थी।
अमेरिकी चैनल सीबीएस को दिए गए ‘60 मिनिट्स’ इंटरव्यू में ट्रंप ने बताया कि उस समय भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव इतना बढ़ गया था कि हालात परमाणु युद्ध की ओर बढ़ सकते थे। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच समझौता कराने के लिए उन्होंने आर्थिक दबाव और व्यापार नीति को हथियार बनाया।
ट्रंप ने कहा, “भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रोकने में हमारी टैरिफ नीति ने अहम भूमिका निभाई। अगर हमने व्यापारिक दबाव नहीं डाला होता, तो शायद युद्ध हो चुका होता।” उन्होंने यह भी दावा किया कि पाकिस्तान में कई विमान मार गिराए गए थे और दोनों देश परमाणु युद्ध के कगार पर पहुंच चुके थे।
अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह भी स्वीकार किया कि ऑपरेशन सिन्दूर के बाद पाकिस्तान ने अपने परमाणु हथियारों का सक्रिय परीक्षण शुरू कर दिया है। उन्होंने इसे रूस, चीन, उत्तर कोरिया और पाकिस्तान जैसे देशों के बीच बढ़ती वैश्विक परमाणु गतिविधियों का हिस्सा बताया।
ट्रंप ने कहा, “हम अकेले ऐसे देश नहीं रहना चाहते जो परीक्षण न करें। जब बाकी देश परीक्षण कर रहे हैं, तो अमेरिका को भी ऐसा करना होगा।” उन्होंने दावा किया कि अमेरिका के पास किसी भी अन्य देश से अधिक परमाणु हथियार हैं और उन्होंने इस विषय पर रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से बातचीत की है।
