लखनऊ : हैण्डबॉल फेडरेशन ऑफ इंडिया (एचएफआई) की लखनऊ स्थित बीबीडी यूपी बैडमिंटन अकादमी में रविवार को हुई इमरजेंट जनरल बाडी की बैठक में पूर्व महासचिव प्रीतपाल सिंह सलूजा को पद से हटाने का प्रस्ताव सर्वसम्मति से पारित किया गया। प्रीतपाल सिंह सलूजा के खिलाफ कई गंभीर अनियमितताओं के आरोपों के चलते पिछली बैठक में निलंबन का प्रस्ताव पारित किया गया था। बैठक में एशियन हैण्डबॉल फेडरेशन के पर्यवेक्षक शफीक अहमद जूम एप से शामिल हुए थे। वहीं भारतीय ओलंपिक संघ के पर्यवेक्षक अभिजीत सरकार थे। इस बैठक की अध्यक्षता एचएफआई अध्यक्ष ए.जगनमोहन राव ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि हमारे संघ को खेल मंत्रालय, भारतीय ओलंपिक संघ व भारतीय खेल प्राधिकरण का भी समर्थन प्राप्त है। इसके साथ सभी राज्य इकाईयां भी हमारे साथ है। इस बैठक में संघ विरोधी गतिविधियों में लगातार संलिप्तता के गंभीर आरोपों के चलते वरिष्ठ उपाध्यक्ष डा. प्रदीप.बालामुची के खिलाफ कार्यकारिणी ने शो कॉज नोटिस जारी करने का प्रस्ताव पारित किया।
दूसरी ओर पंजाब में तदर्थ समिति बनाने का निर्णय लिया गया। पंजाब हैण्डबॉल संघ पर आरोप था कि उनके चुनाव काफी समय से रूकेें हुए थे और कई चेतावनियों के बावजूद भी उन्होंने कार्यवाही नहीं की। इस मामले में पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट में केस भी चल रहा हैं। इसके साथ ही ओडिशा हैण्डबॉल संघ के पदाधिकारियों के खिलाफ आरोप था कि उन्होंने राज्य में 30 जिले होने के बावजूद अब तक नौ जिलों को ही संबद्धता दी थी। इस मामले में एचएफआई को कई शिकायतें मिली थी जिसके चलते ओडिशा में भी तदर्थ समिति के गठन का निर्णय लिया गया। दूसरी ओर मध्य प्रदेश में भी तदर्थ समिति के गठन का प्रस्ताव कार्यकारिणी ने पारित किया। यहां के राज्य संघ के पदाधिकारियों के खिलाफ भी गंभीर अनियमितताओं का आरोप था। इसके चलते पंजाब, ओडिशा व मध्य प्रदेश में गठित तदर्थ समिति इन राज्यों में हैण्डबॉल खेल के संचालन के साथ चुनाव कराने की भी रूपरेखा तैयार करेगी।