लखनऊ: यूपी में एक बार फिर से अवैध असलहों की खेप तैयार की जा रही है. हथियारों की मांग में भारी बढ़ोतरी और लाइसेंसिंग प्रक्रिया की जटिलता की वजह से अवैध हथियारों के कारोबार को बढ़ावा मिला है. उत्तर प्रदेश, अवैध हथियारों की मंडी बन चुका है. देशी हथियारों के साथ विदेशी अवैध हथियारों की आमद और खरीद फरोख्त में यूपी में खासी तेजी आई है. गुरुवार को बिहार एसटीएफ की विशेष टीम ने यूपी एसटीएफ (Up STF) और उत्तर प्रदेश पुलिस के सहयोग से उत्तर प्रदेश के मऊ जिला के कोतवाली थाना क्षेत्र में छापेमारी कर दो अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए 9 कुख्यात हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया.
पकडे गए हथियारों की लिस्ट
प्रदेश के अलग-अलग जिलों से पुलिस,एसटीएफ और एटीएस ने अवैध असलहा बनाने वाली फैक्ट्रियों पर समय समय पर छापा मारा और बड़ी संख्या में हथियार बरामद किए. 7.6 5 एमएम का 31 अर्द्धनिर्मित देसी पिस्टल, 24 बिना बैरल की बॉडी , 120 लोहे की पीठिया, 165 लोहे के खांचे ,354 पिस्टल की बैरल, 8 डाई मशीन, 95 स्लाइडर, 235 लोहे के फार्मा बरामद किए. दो राज्यों की एसटीएफ और पुलिस के ऑपरेशन ने इन अपराधियों के मंसूबो पर पानी फेर दिया. बिहार एसटीएफ की विशेष टीम ने यूपी एसटीएफ और उत्तर प्रदेश पुलिस के सहयोग से उत्तर प्रदेश के मऊ जिला के कोतवाली थाना क्षेत्र में छापेमारी कर दो अवैध मिनी गन फैक्ट्री का भंडाफोड़ करते हुए 9 कुख्यात हथियार तस्करों को गिरफ्तार किया.
दोनों अपराधी बिहार के मुंगेर के रहने वाले सहोदर भाई
गिरफ्तार किए गए मोहम्मद तबरेज और मोहम्मद तनवीर को जो कनेक्शन निकला वो हैरान कर देने वाला था. दोनों बिहार के मुंगेर के रहने वाले सहोदर भाई हैं और दोनों की शादी उत्तर प्रदेश के मऊ जिला में हुई. जहां पर यह दोनों आरोपी दूसरे अभियुक्तों के साथ मिलकर संगठित रूप से अवैध असलहों का निर्माण कर व्यापक पैमाने पर उसका कारोबार कर रहे थे. बता दें कि बिहार के मुंगेर जिले को अवैध हथियारों की सबसे बड़ी मंडी कहा जाता है. यहीं से पूरे पूर्वी भारत में हथियार भेजे जाते है.
इससे पहले भी हुई धरपकड़ और बरामदगी