
मथुरा। भारतीय क्रिकेट के दिग्गज खिलाड़ी विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद मंगलवार को पत्नी अनुष्का शर्मा के साथ मथुरा पहुंचकर संत प्रेमानंद महाराज से आशीर्वाद लिया। दोनों ने श्रीराधा केलिकुंज आश्रम में करीब ढाई घंटे बिताए और आध्यात्मिक चर्चा की।
विराट और अनुष्का सुबह रमणरेती स्थित आश्रम पहुंचे, जहां उन्होंने संत प्रेमानंद के चरणों में दंडवत प्रणाम किया। संत ने मुस्कराकर पूछा, “प्रसन्न हो?” जिस पर विराट ने मुस्कराते हुए जवाब दिया, “जी।” संत प्रेमानंद महाराज ने दोनों को राधा नाम का जप करने का आशीर्वाद देते हुए कहा, “जब मन से राधा नाम का स्मरण करोगे, तो जीवन में बड़ा बदलाव महसूस होगा।”
इस दौरान अनुष्का शर्मा ने संत से पूछा, “क्या नाम जप से सब कुछ पूर्ण हो सकता है?” जवाब में संत ने कहा, “निश्चित रूप से। हमने अपने जीवन में इसे अनुभव किया है। मैंने काशी विश्वनाथ में 20 वर्षों तक संन्यासी जीवन बिताया है, जहाँ सांख्य योग, कर्मयोग और अष्टांग योग का अभ्यास किया, और अब भक्तियोग में रमा हुआ हूँ। भगवान शंकर स्वयं हर क्षण हरि नाम का जप करते हैं।” विराट और अनुष्का बाद में बाराहघाट स्थित संत प्रेमानंद के गुरु गौरांगी शरण महाराज के आश्रम में भी पहुंचे और उनका आशीर्वाद लिया।
संत प्रेमानंद ने कहा कि जब प्रभु कृपा करते हैं तो वह वैभव नहीं, बल्कि पुण्य के रूप में मिलती है। कृपा बाहर नहीं, मन के चिंतन से प्राप्त होती है। उन्होंने कहा कि “जीवन में वास्तविक बदलाव भीतर से आता है। प्रभु की कृपा से जन्म-जन्मांतर के संस्कार मिटते हैं और अगला जीवन श्रेष्ठ बनता है। राधा नाम जप परम शांति और आध्यात्मिक उत्कर्ष का मार्ग है।” उन्होंने बताया कि राधा नाम में “रा” भगवान राम से और “धा” रस से जुड़ा है, इसलिए यह नाम दिव्य आनंद देने वाला है। उन्होंने यह भी कहा कि “हम प्रचार नहीं करते, बस राधा नाम का स्वाद स्वयं अनुभव कर रहे हैं। यही हमारी साधना है।” इस आध्यात्मिक यात्रा के जरिए विराट और अनुष्का ने एक बार फिर अपने आध्यात्मिक झुकाव और संतों के प्रति श्रद्धा को प्रकट किया है।